इलायची के फायदे, उपयोग और नुकसान

इलायची के प्रकार
इलायची मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं, एक हरी और दूसरी काली इलायची।
हरी इलायची– इसे असली इलायची भी कहा जाता है और यह सबसे आम किस्म है। इसे भारत से अन्य देशों में निर्यात किया जाता है।
• इसका उपयोग मीठे और नमकीन दोनों प्रकार के व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।
• इसका इस्तेमाल मसालेदार करी और दूध आधारित पकवानों में भी किया जाता है।
काली इलायची – यह इलायची मूल रूप से पूर्वी हिमालय क्षेत्र से संबंध रखती है। इसकी खेती ज्यादातर सिक्किम, पूर्वी नेपाल और भारत के पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में की जाती है। यह रंग में भूरी होती है और आकार में थोड़ी लंबी होती है।
सेहत के लिए इलायची के फायदे
इलायची का इस्तेमाल सिर्फ जायका बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका प्रयोग पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से लेकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए किया जा सकता है। नीचे जानिए कि कौन-कौन सी शारीरिक समस्याओं के लिए इलायची का इस्तेमाल किया जा सकता है।
पाचन स्वास्थ्य में सुधार
इलायची में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। एक भारतीय अध्ययन के अनुसार, इलायची का उपयोग पाचन तंत्र को बेहतर करने के लिए किया जा सकता है। साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को उत्तेजित कर सकती है। इसका प्रयोग गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियों जैसे दस्त व गैस आदि के रोकथाम के लिए भी किया जा सकता है। पेट की समस्याओं से निजात पाने का यह एक सटीक घरेलू उपाय है।
हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा
जैसा की हमने पहले भी बताया कि इलायची एंटीऑक्सीडेंट गुण से समृद्ध होती है। इसका यह गुण हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। इसमें फाइबर भी मौजूद होता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर हृदय को फायदा पहुंचा सकता है


दिल की सेहत की बात करें, तो काली इलायची हरी इलायची की तुलना में ज्यादा कारगर तरीके से काम कर सकती है, क्योंकि यह मेटाबॉलिक सिंड्रोम पर ज्यादा प्रभावी रूप से काम कर सकती है। साथ ही इस्केमिक हृदय रोग (रक्त प्रवाह में कमी के कारण होने वाली बीमारी) से पीड़ित रोगियों पर किए एक अध्ययन में इलायची फायदेमंद पाई गई है
डिप्रेशन का इलाज
इलायची लोगों को डिप्रेशन से निपटने में मदद कर सकती है। इसके लिए बस इलायची के बीजों का पाउडर बनाएं और रोजाना बनने वाली चाय में चुटकी भर इस्तेमाल करें। आप जल्द ही अपने में सकारात्मक परिणाम को महसूस कर पाएंगे 
अस्थमा का इलाज
इलायची अस्थमा के मरीजों के लिए भी फायदेमंद हो सकती है। यह अस्थमा के लक्षण जैसे खांसी, सांस लेने में तकलीफ और सीने में जकड़न आदि को समाप्त कर सकती है। इलायती रक्त संचालन में मदद कर सांस लेने की प्रक्रिया को आसान बनाती है। इसके अलावा, यह बलगम झिल्ली (mucous membrane) को आराम पहुंचा कर दर्द व सूजन की समस्या को भी कम करती है।
ओरल हेल्थ में सुधार
इलायची में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण मुंह के स्वास्थ्य के लिए कारगर सिद्ध हो सकते हैं। इलायची स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन जैसे रोगजनकों से रक्षा कर सकती है । इसके अलावा, इलायची का तेज स्वाद लार प्रवाह (Salivary Flow) को उत्तेजित कर सकता है, जिससे दांतों के टूटने की आशंका कम हो सकती है।
यह तो आप जानते ही होंगे कि इलायची सांस की दुर्गंध को आसानी से दूर सकती है। इलायची के साथ सौंफ का सेवन करने से मुंह से दुंर्गंध नहीं आती है ।
ब्लड प्रेशर होता है कम
एक भारतीय अध्ययन के अनुसार, इलायची रक्तचाप को कम करने की क्षमता रखती है। इसके लिए आप वेजिटेबल सूप में चुटकी भर पीसी हुई इलायची का प्रयोग कर सकते हैं।
रोकती है हिचकी
हिचकी कोई बीमारी नहीं है, लेकिन कभी-कभी यह मूड को चिड़चिड़ा बना देती है। हिचकी कि समस्या से निजात पाने के लिए आप इलायची का प्रयोग कर सकते हैं। बता दें कि इलायची एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होती है, जिससे डायाफ्राम को आराम मिल सकता है।
बढ़ाती है भूख
अगर आपको भूख नहीं लगती है, तो आप इलायची का प्रयोग कर सकते हैं। इलायची भूख न लगने का इलाज कर सकती है। यहां तक कि भूख बढ़ाने के लिए भी इलायची के तेल का प्रयोग किया जा सकता है।
कैंसर से रोकथाम
इलायची का इस्तेमाल कैंसर के प्राकृतिक उपचार के लिए किया जा सकता है। जानवरों पर किए गए परीक्षण से पता चलता है कि इलायची कैंसर को पनपने से रोकने में मदद कर सकती है। अध्ययन के अनुसार इलायची में कीमो प्रिवेंटिव गुण होता है, जो त्वचा कैंसर के लिए लाभकारी हो सकता है।
बढ़ाती है याददाश्त
जिन्हें याददाश्त की कमजोरी संबंधी शिकायत है, वो इलायची का सेवन कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार इलायची सीखने और याददाश्त को बढ़ाने का काम कर सकती है । इसके लिए आप चाय में या अन्य खाद्य सामग्री में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। चुटकी भर इलायची बेहतर परिणाम देने की क्षमता रखती है।
शरीर को करती है डिटॉक्स
व्यंजनों का जायका बढ़ाने के साथ-साथ इलायची शरीर को डिटॉक्स करने के काम भी आती है। इलायची एंटीमाइक्रोबियल गुण से समृद्ध होती है और यह शरीर से हानिकारक बैक्टीरिया को निकालने का काम कर सकती है।
नीचे जानिए किस प्रकार करें इलायची का प्रयोग–
• भारत में, इलायची गरम मसाले का एक महत्वपूर्ण तत्व है। इसका इस्तेमाल शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के भोजनों में किया जाता है।
• इलायची को चाय या कॉफी में भी इस्तेमाल किया जाता है। इलायची के इस्तेमाल से इन दोनों पेय की खूशबू बढ़ जाती है।
• साबूत हरी इलायची का इस्तेमाल पुलाव व बिरयानी जैसे गर्म व्यंजनों में किया जाता है। इलायची के प्रयोग से इन व्यंजनों की खुशबू बढ़ जाती है।
• मसालेदार व्यंजनों के अलावा इलायची का उपयोग मिठाइयों में किया जाता है, जैसे खीर, गुलाब जामुन, गजक व हलवा आदि। ग्राउंड इलायची का उपयोग सूप और चावल के व्यंजन में भी किया जाता है।
• सिट्रस फ्रूट सलाद में आप शहद के साथ इलायची का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।



इलायची के नुकसान
इस बात में कोई शक नहीं है कि स्वास्थ्य के लिए इलायची के कई चमत्कारी फायदे हैं, लेकिन इसका अत्यधिक उपयोग आपके लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। नीचे जानिए इलायची के कुछ दुष्प्रभावों के बारे में-
• डायरिया
• त्वचा में जलन
• जीभ में सूजन
• कब्ज आदि
दोस्तों, अब तो आपको छोटी-सी दिखने वाली इलायची के स्वास्थ्य लाभों के बारे में पता चल गया होगा। लेख में बताई गईं शारीरिक तकलीफों के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। ध्यान रहे कि अगर इसके नियमित सेवन से एलर्जी या कब्ज जैसे लक्षण आपको दिखाई देते हैं, तो इसका सेवन बंद कर दें और डॉक्टर से संपर्क करें।